युद्ध की तैयारी में जुटा चीन!
दुनिया कोरोना वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रही है। विश्व के कई बड़े देश चीन के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, जिसकी अगुवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बीजिंग ने एक आंतरिक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि आने वाले समय में चीन और अमेरिका के रिश्ते काफी बिगड़ सकते हैं और उसको युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
बीजिंग में तैयार की गई यह रिपोर्ट पिछले महीने राष्ट्रपति शी चिनपिंग के सामने पेश की गई। जिस बैठक में यह रिपोर्ट पेश की गई, उसमें चिनपिंग के अलावा कई आला अधिकारी मौजूद थे। रिपोर्ट में चीन को चेताते हुए कहा गया है कि इस समय दुनिया में उसका विरोध 1989 के थियानमेन स्क्वायर के प्रदर्शन से भी कहीं ज्यादा हो रहा है।
जिसके बाद चीन को आने वाले समय में अमेरिका की अगुवाई वाले देशों के सामने विरोध की लहर का सामना करना पड़ सकता है। रॉयटर्स ने इस रिपोर्ट का खुलासा करते हुए कहा है कि यह रिपोर्ट चीनी सुरक्षा मंत्रालय के थिंक टैंक 'चाइनीज इंस्टिट्यूट ऑफ कंटेम्प्ररी इंटरनैशनल रिलेशंस' (CICIR) ने तैयार की है।
क्या था 1989 का थियानमेन स्क्वायर प्रदर्शन
साल 1989 में बीजिंग के थियानमेन चौक पर 10 लाख से अधिक छात्र और मज़दूर इकट्ठा हुए थे। यह लोग वहां पर लोकतंत्र के समर्थन में और तानाशाही को समाप्त करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन तीन से चार जून के बीच चीन के वामपंथी शासन ने वहां मौजूद लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिनमें हजारों की तादाद में निहत्थे लोग मारे गए। इस प्रदर्शन को दबाने के लिए वहां की सरकार ने टैंकों और सैनिकों का प्रयोग किया। ये विरोध प्रदर्शन अप्रैल 1989 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव और उदार सुधारवादी हू याओबांग की मौत के बाद शुरू हुए थे। हू चीन के रुढ़िवादियों और सरकार की आर्थिक और राजनीतिक नीति के विरोध में थे और हारने के कारण उन्हें हटा दिया गया था। इसके बाद ही चीन ने देशभर में इंटरनेट पर सेंसरशिप लागू कर दी गई थी।
बता दें कि कोरोना वायरस के दुनिया में फैलने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। उन्होंने कई देशों के साथ मिलकर इस बारे में जांच एजेंसियों को आदेश दे दिए हैं कि वह कोरोना की सही से जांच लगाए। ट्रंप ने कुछ समय पहले कहा था कि उनके पास यह सबूत हैं कि कोरोना का वायरस वुहान की लैब में बनाया गया है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच लगातार जुबानी जंग जारी है। ऐसे में चीन के थिंक टैंक ने यह रिपोर्ट पेश करके जिनपिंग को आगाह कर दिया है कि वह युद्ध के लिए तैयार रहें, क्योंकि हालात सही नहीं है।
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