होली का एक ही संदेश "प्रेम और भाईचारा"
**इस वर्ष की होली घर और परिवार के साथ मनाएं **
**होली का एक ही है संदेश- " प्रेम और भाईचारा" **
--होली उमंग,उल्लास,और प्रेम के आहान का त्योहार है, कलुषित भावनाओं का होलिका दहन कर ,स्नेह की ज्योति जलाकर और सभी को एक रंग में रंग कर बंधुत्व को बढ़ाने वाला होली का त्योहार आज देश ही नहीं विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है दूसरी दृष्टि से देखा जाए तो होली शीत ऋतु की विदाई एवं ग्रीष्म ऋतु के आगमन का संकेत पर्व है। ब्रज क्षेत्र एवं महावीर जी की होली को भला कैसे बिसराया जा सकता है जहां ढोलक की थाप, झाझों की झंकार के साथ लोकगीतों की स्वर लहरियों से वसुधा के कण-कण को प्रेममय वातावरण से भर दिया जाता है, होली जनमानस में सकारात्मकता और नवीन ऊर्जा का संचार करने वाला इंद्रधनुषी रंग बिखेरने वाला ना जाने कितनी किवदंतियों से गूंथा हुआ त्यौहार है ।
लेकिन इसके विपरीत आज के बदलते दौर में होली मनाने की पारंपरिक रीति की जगह आधुनिक तरीकों ने ले ली है जिसमें स्वरमय लोकगीत विलुप्त तो हो ही गए हैं साथ ही मदन मंजरियां, पावों में महावर लगायीं सुंदरियां, फागुनी गीत गाती संध्या ,ढोलक की थाप को सुनने के लिए तो जैसे कान तरस गये है आधुनिकता और संचार की क्रांति के युग में उपकरणों के बढ़ते उपयोग ने होली को खुले मैदान गली मोहल्लों से मोबाइल की स्क्रीन पर लाकर रख दिया है यह कहें कि होली व्हाट्सएप और फेसबुक के संदेशों में सिमट कर रह गई है । इस बरस की होली को बिंदास,मस्ताने और अल्हड तरीके से अपने घर और परिवार के साथ पारंपरिक पद्धतियों के साथ मनाए , केमिकल के रंगों की जगह प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें जिससे त्वचा में होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है एवं स्वास्थय को ध्यान में रखते हुए घर के बने मिष्ठानों को खाकर ही होली का यह पावन पर्व मनाए। आप सभी को प्रेम और भाईचारे के इस रंग बिरंगे होली के त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं, इसके साथ ही आप सभी कोरोना की गाइडलाइन का भी पूरा ख्याल रखें जिससे आपकी और आपके अपनो की जिंदगी सुरक्षित रहे एक बार पुनः होली की हार्दिक शुभकामनाएं
*डॉ चांदनी जैन**
**भंडारी डेन्टल क्लीनिंक मुरैना**
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