माली से लेकर घरों में बर्तन धुलवाने का काम करवाते थे अधिकारी, आरक्षक ने दिया इस्तीफा
धमतरी। पुलिस अधिकारियों द्वारा माली से लेकर घरों में बर्तन धुलाने जैसे काम कराने व परेशानी बताने पर गाली- गलौज करने का आरोप लगाकर आरक्षक उज्जवल दीवान ने एसपी कार्यालय में इस्तीफा सौंप दिया है। आरक्षक ने प्रताड़ना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया है।
धमतरी के पुलिस लाइन रुद्री में पदस्थ आरक्षक उज्जवल दीवान 27 अप्रैल को एसपी कार्यालय पहुंचा। एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर पुलिस अधिकारियों द्वारा घरों में माली से लेकर नौकरों की तरह काम कराने समेत कई आरोप लगाया है। ज्ञापन में आरक्षक ने यह भी बताया है कि कोई आरक्षक अधिकारियों को अपनी समस्या बताते हैं तो सालों पुराना पुलिस एक्ट का नियम बताकर उनके साथ गाली-गलौज करते हैं।
कोई अपना अधिकार बताकर कोई भी शिकायत करते हैं तो उलटा उन्हें नोटिस दिया जाता है। कोई भी मामले में आरक्षकों की शिकायत पर बिना जांच के लाइन अटैच, निलंबित व अन्य करवाई कर देते हैं। वर्षों से वेतन विसंगति की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन मांगें अभी पूरा नहीं हुई।
शिकायत में बताया कि कोरोना संक्रमण काल में उनके एक दिन का वेतन न काटा जाए। उन्होंने शासन को पत्र लिखा और कई शिकायतें की, लेकिन उनका स्थानांतरण नक्सल थाना क्षेत्र मेचका कर दिया गया। वह यहां भी जाने तैयार है, लेकिन समय दिया जाए। पुलिस अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर अब उन्होंने एसपी कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंप दिया है। 28 अप्रैल को एसपी कार्यालय में उनका इस्तीफा पत्र लेकर पावती दिया गया है। हालांकि अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है।
11 सालों से कर रहे नौकरी
मूल रूप से दुर्ग शहर निवासी आरक्षक उज्जवल दीवान ने बताया कि वह 11 सालों से पुलिस में नौकरी कर रहा है। उनके एक लड़का है और घर में माता-पिता है। पिता हवलदार के पद से रिटायर्ड हुए हैं। वे रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी, क्राइम ब्रांच, नक्सल आपरेशन, मेचका थाना में ड्यूटी कर चुके हैं। इस दौरान पुलिस अधिकारियों का सालों से प्रताड़ना झेले हैं।
ऐसे ही प्रताड़ना के चलते कई पुलिस जवान आत्महत्या कर लेते हैं, लेकिन वे उनमें से नहीं है। पुलिस को भी अपने हक की लड़ाई लड़ने का अधिकार है। वे सालों से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पुलिस जवानों की वेतन बढ़ाने की मांग भी करते आ रहे हैं। इस्तीफा के बाद वह बिजनेस व समाज सेवा करते हुए पुलिस जवानों पर हो रहे प्रताड़ना के खिलाफ भविष्य में लड़ाई लड़ते रहेंगे। चाहे पुलिस में हो या न हो। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने उनके इस्तीफे को मंजूर नहीं किया है।
प्रशासकीय आदेश के तहत स्थानांतरण
'पुलिस जवान उज्जवल दीवान का प्रशासकीय आदेश के तहत स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण वाले स्थान पर नहीं जाने कई तरह की बातें उनके द्वारा की जा रही है। इस्तीफा भी दिया गया है। जवान की यह हरकत उचित नहीं है।'
-मनीषा ठाकुर, एएसपी धमतरी।
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