मध्य प्रदेश : आइसोलेशन के लिए नहीं होगी बेड की कमी, भिंड, गुना, शिवपुरी, मुरैना में बन रहे कोविड सेंटर
मध्य प्रदेश का ग्वालियर भी कोरोना संकट से जूझ रहा है. इस संकट से उबारने और लोगों को राहत देने के लिए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा कदम उठाया है. माधवराव सिंधिया स्वास्थ्य सेवा मिशन के तहत अलग-अलग शहरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर खोले जा रहे हैं.
इसी क्रम में माधवराव सिंधिया स्वास्थ्य सेवा मिशन के तहत भिंड, गुना, शिवपुरी, मुरैना और अशोकनगर में 100-100 बेड के आइसोलेशन सेंटर खोले जा रहे हैं. यहां ऐसे कोरोना मरीजों को रखा जाएगा, जिनकी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद 14 दिन तक क्वारंटीन में रहना होता है. इन आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों की संपूर्ण मेडिसन जांच के उपकरण एवं आने-जाने वाले मरीजों की जांच कराकर उनका सही इलाज कराया जाएगा.
आइसोलेशन सेंटर में पूरे समय डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध रहेगा, जिससे किसी भी मरीज को कोई दिक्कत ना हो. इसके अलावा मरीजों के लिए संपूर्ण मेडिसिन, जांच के उपकरण एवं आने वाले मरीजों की जांच, इलाज, चिकित्सा स्टाफ एवं पैथोलॉजी स्टाफ की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की तरफ की जाएगी, जबकि मरीजों को कोई परेशानी न हो और जरूरत का हर सामान उन्हें उपलब्ध हो इसका ध्यान माधवराव सिंधिया स्वास्थ सेवा मिशन की ओर से रखा जाएगा. इन सेंटरों पर दवाइयां, खाना और नाश्ता निशुल्क रहेगा.
डीआरडीओ तैयार होगा 500 बेड का हॉस्पिटल
ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर डीआरडीओ ग्वालियर में 500 बेड का कोविड हॉस्पिटल तैयार करेगा. गवालियर में लगातार बढ़ते संक्रमण और अस्पतालों में कम होती जगह की खबरें सामने आने के बाद सिंधिया ने इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की थी. बता दें कि ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज़ी से कोरोना मरीज़ बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में जगह नहीं होने से इनका इलाज नहीं हो पा रहा. इन आइसोलेशन सेंटरों के खुल जाने से बेड की कमी को तो दूर किया ही जा सकेगा, वहीं जिन लोगों के घर में अलग कमरा नहीं है जहां वो आइसोलेट हो सकते हैं, वो इन सेंटरों में जाकर और परिवार से दूर रहकर उन्हें संक्रमण से बचा सकते हैं.
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