ग्वालियर : सरकारी ब्लड बैंक से नकली दस्तावेज बनाकर बेचते थे प्लाज्मा, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार
ग्वालियर: एक तरफ बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लोग जान गवां रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दलाल, दलाली करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले से आया है. यहां ग्वालियर की झांसी रोड थाना पुलिस ने प्लाज्मा की कालाबाज़ारी करने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में एक JAH का वार्ड बॉय भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से प्लाज्मा व नकली दस्तावेज बरामद किए हैं. फिलहाल मामले के खुलासे के लिए पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है.
दरअसल, ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को कुछ दिनों पहले शहर में जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन व प्लाज्मा की कालाबाज़ारी किए जाने की सूचना मिल रही थी.
इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितिका वासल ने मामले का खुलासा करने की जिम्मेदारी झांसी रोड थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा बेग को दी. जिसके बाद थाना प्रभारी ने कोरोना संक्रमित का अटेंडर बनकर गिरोह के एजेंट से संपर्क किया. काफी बातचीत के बाद यह डील 20 हज़ार रुपए में तय की गई, जिसकी डिलीवरी मंगलवार को मांढरे की माता मंदिर के पास की जानी थी. जैसे ही दोनों एजेंट वहां पहुंचे पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया है कि पकड़े गए आरोपियों में एक JAH का वार्ड बॉय है, जबकि दूसरा उसका ऑटो ड्राइवर साथी है. दोनों नकली दस्तावेज बनाकर JAH के ब्लड बैंक से प्लाज्मा निकालकर बेचते थे. शुरुआती पूछताछ में दोनों ने 10 प्लाज्मा बेचे जाने की बात कबूल ली है. फिलहाल गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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